कुंडली में दिख रहा तलाक कैसे रोकें


कुंडली में अक्सर गलत जगह राहु होने के कारण पति पत्नी में तलाक की स्थिति पहुंच जाती है। अष्टम या सप्तम भाव में राहु, केतु या सूर्य ग्रह के आने से भी ग्रह कलेश का कारण बनता है। कुंडली में सप्तम भाव में शनि भी तलाक का कारण बन सकता है।

बचने के उपाय:

कुंडली में अगर शनि का दोष हो तो रुद्राक्ष धारण करें। शनि ग्रह को शांत करने की कोशिश करें। केतु के कारण यदि तलाक का योग बनता हो तो 9 मुखी रुद्राक्ष धारण करें। गणेशजी की पूजा करें। राहु कारण बन रहा है तो 8 मुखी रुद्राक्ष धारण करें। पुरुष सलाह लेकर हीरे को धारण करें। इससे घर में शांति और धन वृद्धि होती है।

आपसी कलह का निपटारा करने के लिए रात को सोते समय अपने सिर को पूर्व दिशा की ओर कर के सोएं। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचारित होगी और शांति मिलेगी। बात कचहरी तरह पहुंच गई हो तो घर के दक्षिण दिशा में तीन गोमती चक्र फेंक दें एवं एक सिंदूर की डिबिया में पाँच गोमती चक्र डालकर उसे पूजा स्थल पर रख दें और प्रतिदिन पूजा के समय महिलाएं उससे मांग भरे और पुरुष तिलक करें। तलाक रोकने के लिए यह एक बेहद कारगर उपाय है।