दैनिक जीवन में वास्तु के कुछ उपयोगी नियम


सीढियों के निचे कभी भी टॉयलेट बाथरूम रसोई आदि नही बनाना चाहिए वरना घर की पुत्रवधू या बेटियां हमेशा किसी न किसी कारण से परेशान रहेगी | 

आग बिजली से सम्बन्धित उपकरण हमेशा आग्नेय कोण यानी की दक्षिण पूर्व में रखे | इन्हें ईशान कोण में रखने से हमेशा ही घर के सदस्यों को कोई न कोई मानशिक परेशानी बनी रहती है | 

जहां तक सम्भव हो घर को हमेशा चोरस आकार का बनाना चाहिए | 

घर में दक्षिण पश्चिम कोण और ये दोनों दिशा हमेशा भारी और ऊँची होनी चाहिए | 
ईशान कोण हमेशा निचा होना चाहिए और ईशान कोण यदि खाली रखा जाए तो सबसे बेहतर होता है | 
वैसे ईशान कोण में पूजा का स्थान , पानी का स्थान अवस्य बनाया जा सकता है \ 

घर के ब्रह्म स्थान यानी की केंद्र स्थान हमेशा खाली रखना चाहिए वहां कोई भी दिवार पिल्लर या कोई भारी समान कभी नही रखना चाहिए \ 

घर में कोई भी जंगल या म्यूजियम की वस्तु नही रखनी चाहिए और न ही घर में कोई क्रूर फोटो जिसमे किसी के उपर अत्याचार होता हुआ प्रतीत हो रहा हो वो रखनी चाहिए | 

टॉयलेट की सिट लगाते समय इस बात का ध्यान अवस्य रखना चाहिए की बैठते समय बैठने वाले का मुह पूर्व की तरफ न हो . यदि ये दक्षिण या उतर की तरफ हो तो सबसे बेहतर होता है  \ 

कीमती समान की अलमारी आदि हमेशा उतर मुखी रखे | 

चोराहे के उपर मकान लेने से हमेशा बचना चाहिए | इसी प्रकार किसी बड़े अधिकारी या राजनेता के मकान के पास का मकान कई बार खराबी का बड़ा कारण बन जाता है | इस से जातक के अपमानित होने के चांस ज्यादा रहते है | घर के पास पीपल या कांटेदार पेड़ पोधे नही होने चाहिए | 

हमारे घर का वातावरण हमे सबसे ज्यादा प्रभावित करता है इसिलिय घर में हमेशा अकारात्मक ऊर्जा देने वाले समान रखने चाहिए \ घर में कभी भी टूटे हुवे चश्मे . मेज कुसी , टुटा हुआ शीशा बंद घड़ी आदि नही रखनी चाहिए और न ही ऐसी चीजों को किसी चीज से चिपकाकर दोबारा रखनी चाहिए | 

कांटेदार पोधे के साथ कभी भी मनी प्लांट या तुलसी का पोधे एक ही गमले में नही लगाने चाहिए \ 

मित्रों ये कुछ वास्तु नियम है जिनका पालन करके आप अपने घर में सकारात्मक उर्जा का संचार कर सकते है |