कैसे करें सौभाग्य को आकर्षित घोड़े की नाल से

 



आमतौर पर द्वार के ऊपर या तो गणेशजी की मूर्ति या चित्र स्थापित किया जाता है या कोई मंगल प्रतीक लगाया जाता है, परंतु कुछ लोग तंत्र-मंत्र और नज़र जैसे टोटकों से बचने के लिए काले घोड़े की नाल का भी प्रयोग करते हैं। हमारे देश में घोड़े की नाल को शुभ और सौभाग्यवर्धक माना जाता है। मान्यता है कि घोड़े की नाल को घर में स्थापित करने से जादू-टोने, नकारात्मक ऊर्जा व बुरी नजर से मुक्ति मिलती है

क्या है इसकी अहमियत?

घोड़े की नाल का आकार (यू शेप) आइडियल शेप होता है. घोड़े की नाल घर के मुख्य द्वार पर लगाने से सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है और ऐसा कहते हैं कि जिस घर के मुख्य द्वार पर घोड़े की नाल लगी होती है, वहां बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं कर सकतीं और ये बुरी नज़र से भी बचाता है.

कैसे करें पहचान?

घोड़े की नाल असली होनी चाहिए, जिसका इस्तेमाल घोड़े द्वारा किया गया हो. बाज़ार में बिना इस्तेमाल किए हुए नाल भी बिकते हैं, अतः नाल ख़रीदते समय यह जान लें कि घोड़े ने इसे इस्तेमाल किया है या नहीं?

कैसे लगाएं?

घोड़े की नाल को आप दो तरह से लगा सकती हैंः

* पहला यू पैटर्न में लगाया जा सकता है.

* दूसरा रिवर्स यू पैटर्न में लगाया जा सकता है.

यू पैटर्न में लगाने से लाभ

* जब घोड़े की नाल की दोनों सिराएं ऊपर की ओर होती हैं, तब उसे यू पैटर्न कहते हैं.

* इस तरह से घोड़े की नाल को लगाने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

* घर एवं दुकानों में लगाने के लिए घोड़े की नाल का यू पैटर्न अत्यधिक प्रभावशाली माना जाता है.

रिवर्स यू पैटर्न में लगाने से लाभ

* यू पैटर्न को उल्टा करने पर घोड़े की नाल की दोनों सिराएं नीचे की ओर हो जाती हैं. इसे रिवर्स यू पैटर्न कहते हैं.

* घोड़े की नाल को इस तरह से लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है.

* गो डाउन या बंगले के लिए घोड़े की नाल का रिवर्स यू पैटर्न अधिक उपयुक्त है. इससे नकारात्मक ऊर्जा उल्टे पैर लौट जाती है.

* ध्यान रहे, यदि रिवर्स यू में घोड़े की नाल मेन डोर पर लगी हो, तो ऊपर की दीवार पर आईना भी अवश्य लगाएं.

कहां लगाएं इसे?

* घोड़े की नाल को मुख्य द्वार पर बाहर की ओर डोर या डोर फ्रेम के ऊपर लगाएं. इसे लगाने की यही सही विधि है.

* यह उत्तर, पश्‍चिम व उत्तर-पश्‍चिम दिशा वाले मुख्य द्वार के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं.

कहां न लगाएं?

यदि आपके मकान का मुख्य द्वार पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में है, तो इस दिशा में इसे न लगाएं, क्योंकि घोड़े की नाल मेटल की होती है और इस दिशा में मेटल की वस्तु लगाना अशुभ होता है